यूरोप जा रहे 44 पाकिस्तानियों की समंदर में डूबकर मौत:मोरक्को के पास अटलांटिक महासागर में नाव पलटी, अवैध तरीके से स्पेन जा रहे थे

अवैध तरीके से यूरोप जा रहे 44 पाकिस्तानी नागरिकों की अटलांटिक महासागर में डूबकर मौत हो गई है। पाकिस्तानी वेबसाइट डॉन के मुताबिक पश्चिम अफ्रीका से स्पेन जा रही नाव मोरक्को के दखला पोर्ट के पास डूब गई। इस नाव पर 80 से ज्यादा लोग सवार थे। इसमें 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जिसमें ज्यादातर पाकिस्तानी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक लोगों को ले जाने वाला जहाज सफर के दौरान लापता हो गया था। इसे ढूंढ़ने की कोशिश की गई थी लेकिन यह तब नहीं मिल पाया था। पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस हादसे पर दुख जताया है और मानव तस्करी को रोकने के लए कदम उठाने की बात कही। वहीं, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अधिकारियों से घटना पर रिपोर्ट मांगी और कहा कि मानव तस्करी के जघन्य कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एक दिन पहले भी नाव डूबी थी, 36 लोग बचाए गए
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मोरक्को में उसका दूतावास स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है। मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘राबत (मोरक्को) में हमारे दूतावास ने हमें सूचित किया है कि मॉरिटानिया से रवाना हुई 80 यात्रियों को ले जा रही एक नाव, जिसमें कई पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं, मोरक्को के दखला बंदरगाह के पास पलट गई। इसमें पाकिस्तानियों सहित कई जीवित बचे लोग दखला के पास एक शिविर में ठहरे हुए हैं। ‘ नौका पलटने की घटना से एक दिन पहले भी ऐसा ही हादसा देखने को मिला था। मोरक्को के अधिकारियों ने एक दिन पहले ही एक नौका से 36 लोगों को बचाया था। ये नाव बीते दो जनवरी को मॉरिटेनिया से 86 प्रवासियों को लेकर रवाना हुई थी। इन प्रवासियों में 66 पाकिस्तानी भी शामिल थे। वॉकिंग बॉर्डर्स की CEO ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि डूबने वाले लोगों में से 44 लोग पाकिस्तान के थे। 2024 में 10 हजार से ज्यादा लोगों की यूरोप जाने के दौरान मौत
हर साल लाखों पाकिस्तानी बेहतर जीवन की तलाश में यूरोप जाते हैं। इनमें से ज्यादातर लोग अवैध तरीके का इस्तेमाल करते हैं। प्रवासी लोगों पर काम करने वाली फ्रोंटेक्स एजेंसी के मुताबिक पिछले साल 2.4 लाख से ज्यादा लोग बिना किसी कागजात के यूरोप में घुसने में सफल रहे। एक और एजेंसी वॉकिंग बॉर्डर्स ने कहा कि 2024 में स्पेन पहुंचने की कोशिश में 10,457 लोग मारे गए हैं। इनमें से ज्यादातर मॉरिटानिया और सेनेगल जैसे पश्चिमी अफ्रीकी देशों से स्पेन के कैनरी द्वीप तक सफर करते हुए मारे गए।