कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को भाजपा नेताओं को नरकवासी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को आजादी दिलवाई और अभी भी एकजुटता के लिए काम कर रही है। ये नरकवासी (भाजपाई) आजादी भी नहीं दिला पाए। इन लोगों ने देश की आजादी, इकोनॉमी बढ़ाने और समाज की भलाई के लिए कुछ नहीं किया। खड़गे कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में तिरंगा फहराने के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने संविधान और अंबेडकर का अपमान किया। संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं। शाह ने राज्यसभा में कहा था कि आप अंबेडकर का नाम जपते रहते हो। अगर भगवान का नाम जपते तो स्वर्ग मिल जाता। मल्लिकार्जुन खड़गे की स्पीच, 3 पॉइंट्स में… भाजपा ने देश को चौथी से पांचवी इकोनॉमी बनाया
मोदी ने भाषण में कहा था कि वह भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पांचवें स्थान से आगे नहीं बढ़ पाया। यूपीए सरकार ने देश को चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया था जबकि भाजपा ने इसे पांचवें स्थान पर ला दिया। इसके बाद भी भाजपा शेखी बघारती रहती है। सरकारी संस्थानों में भाजपा के लोग भरे जा रहे
यूनिवर्सिटी और सरकारी संस्थानों में भाजपा के लोगों को भरा जा रहा है। मीडिया का एक बड़ा हिस्सा भाजपा का प्रचार करने में लगा है। सत्तारूढ़ सरकार के अत्याचार के कारण संसद में काम और चर्चा नहीं हो पाती। विपक्षी नेताओं को निशाना बनाना सत्ता में बैठे लोगों की पॉलिसी बन गई है। सरकार गरीबों को नीचा दिखा रही
सरकार अमीर और पावरफुल लोगों को लाभ और सुविधाएं दे रही है और गरीबों की अनदेखी कर रही है। एससी, एसटी, ओबीसी, गरीबों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। मणिपुर 21 महीने से जल रहा है लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। खड़गे 27 जनवरी को इंदौर का दौरा करेंगे। यहां वे अंबेडकर की जन्मभूमि महू में आयोजित होने वाले गांधी भारत कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। खड़गे ने भाजपा और RSS जहर बताया था
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 18 नवंबर को भाजपा और RSS की तुलना जहरीले सांप से की थी। उन्होंने सांगली में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था- अगर भारत में राजनीतिक रूप से सबसे ज्यादा खतरनाक कोई चीज है तो वो है भाजपा और RSS। वे जहर की तरह हैं। अगर सांप काटता है, तो उस व्यक्ति की मौत हो जाती है। ऐसे जहरीले सांप को मार देना चाहिए। —————————————- खड़गे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… खड़गे बोले- योगी के मुंह में राम बगल में छुरी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान 10 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नागपुर में कहा था कि योगी के मुंह में राम है और बगल में छुरी है। योगी साधु की कपड़े में आते हैं और फिर बोलते हैं कि बटेंगे तो कटेंगे। बांटने वाले भी वो ही हैं और काटने वाले भी वो ही हैं। पूरी खबर पढ़ें…
मोदी ने भाषण में कहा था कि वह भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पांचवें स्थान से आगे नहीं बढ़ पाया। यूपीए सरकार ने देश को चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया था जबकि भाजपा ने इसे पांचवें स्थान पर ला दिया। इसके बाद भी भाजपा शेखी बघारती रहती है। सरकारी संस्थानों में भाजपा के लोग भरे जा रहे
यूनिवर्सिटी और सरकारी संस्थानों में भाजपा के लोगों को भरा जा रहा है। मीडिया का एक बड़ा हिस्सा भाजपा का प्रचार करने में लगा है। सत्तारूढ़ सरकार के अत्याचार के कारण संसद में काम और चर्चा नहीं हो पाती। विपक्षी नेताओं को निशाना बनाना सत्ता में बैठे लोगों की पॉलिसी बन गई है। सरकार गरीबों को नीचा दिखा रही
सरकार अमीर और पावरफुल लोगों को लाभ और सुविधाएं दे रही है और गरीबों की अनदेखी कर रही है। एससी, एसटी, ओबीसी, गरीबों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। मणिपुर 21 महीने से जल रहा है लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। खड़गे 27 जनवरी को इंदौर का दौरा करेंगे। यहां वे अंबेडकर की जन्मभूमि महू में आयोजित होने वाले गांधी भारत कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। खड़गे ने भाजपा और RSS जहर बताया था
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 18 नवंबर को भाजपा और RSS की तुलना जहरीले सांप से की थी। उन्होंने सांगली में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था- अगर भारत में राजनीतिक रूप से सबसे ज्यादा खतरनाक कोई चीज है तो वो है भाजपा और RSS। वे जहर की तरह हैं। अगर सांप काटता है, तो उस व्यक्ति की मौत हो जाती है। ऐसे जहरीले सांप को मार देना चाहिए। —————————————- खड़गे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… खड़गे बोले- योगी के मुंह में राम बगल में छुरी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान 10 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नागपुर में कहा था कि योगी के मुंह में राम है और बगल में छुरी है। योगी साधु की कपड़े में आते हैं और फिर बोलते हैं कि बटेंगे तो कटेंगे। बांटने वाले भी वो ही हैं और काटने वाले भी वो ही हैं। पूरी खबर पढ़ें…