प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को NCC की सालाना PM रैली में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा- भारत के युवा सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि फोर्स फॉर ग्लोबल गुड हैं। आज दुनिया इस बात को मान रही है। आप 21वीं सदी में भारत और दुनिया के विकास की दिशा तय करने वाले हैं। भारत के युवाओं के बिना दुनिया के भविष्य की कल्पना नहीं की जा सकती। करिअप्पा परेड ग्राउंड में पीएम मोदी ने कहा- गणतंत्र दिवस परेड में सेलेक्ट होना उपलब्धि है, लेकिन इस बार की परेड थी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस साल हमारे गणतंत्र ने 75 साल पूरे किए हैं। इस अमृतकाल में हमें एक ही लक्ष्य रखना है- विकसित भारत। हमारे हर फैसले, हर काम की कसौटी विकसित भारत ही होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने इसके लिए पंच प्राणों को हमेशा याद रखने की बात कही। मोदी बोले- बार-बार चुनाव होने से पढ़ाई प्रभावित होती
एक देश एक चुनाव पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस मुद्दे पर चल रही बहस भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए अहम है। युवाओं को इस चर्चा में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए क्योंकि यह आपके भविष्य से जुड़ा है। भारत के भविष्य की राजनीति को आकार देने के लिए इस बहस में भाग लेना जरूरी है। उन्होंने कहा- आजादी के बाद लंबे समय तक केंद्र और राज्य चुनाव साथ होते रहे, लेकिन फिर ये पैटर्न टूट गया। इससे देश को बहुत नुकसान उठाना पड़ा। हर चुनाव में वोटिंग लिस्ट अपडेट होती है, बहुत सारे काम होते हैं। इसमें अक्सर हमारे टीचर्स की ड्यूटी लगती है। इस वजह से पढ़ाई प्रभावित होती है। बार-बार चुनाव होने से गवर्नेंस में भी मुश्किलें आती हैं। मोदी ने कहा कि 2014 में देश में NCC कैडेट्स की संख्या करीब 14 लाख थी। आज यह करीब 20 लाख है और इनमें 8 लाख से ज्यादा लड़कियां हैं।
एक देश एक चुनाव पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस मुद्दे पर चल रही बहस भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए अहम है। युवाओं को इस चर्चा में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए क्योंकि यह आपके भविष्य से जुड़ा है। भारत के भविष्य की राजनीति को आकार देने के लिए इस बहस में भाग लेना जरूरी है। उन्होंने कहा- आजादी के बाद लंबे समय तक केंद्र और राज्य चुनाव साथ होते रहे, लेकिन फिर ये पैटर्न टूट गया। इससे देश को बहुत नुकसान उठाना पड़ा। हर चुनाव में वोटिंग लिस्ट अपडेट होती है, बहुत सारे काम होते हैं। इसमें अक्सर हमारे टीचर्स की ड्यूटी लगती है। इस वजह से पढ़ाई प्रभावित होती है। बार-बार चुनाव होने से गवर्नेंस में भी मुश्किलें आती हैं। मोदी ने कहा कि 2014 में देश में NCC कैडेट्स की संख्या करीब 14 लाख थी। आज यह करीब 20 लाख है और इनमें 8 लाख से ज्यादा लड़कियां हैं।