जरूरत की खबर- एल्यूमीनियम फॉयल में खाना पैक करना खतरनाक:बच्चों की ग्रोथ, मेमोरी पर असर, डॉक्टर से जानें सुरक्षित तरीका

बच्चे का स्कूल टिफिन पैक करना हो या ऑफिस के लिए लंच बॉक्स, खाने को रैप करने के लिए एल्यूमीनियम फॉयल का इस्तेमाल बहुत आम है। इसमें खाना लंबे समय तक गर्म और ताजा बना रहता है। हालांकि एल्यूमीनियम फॉयल में खाना पैक करना सही है या नहीं, इसे लेकर हमेशा से ही दोहरा मत रहा है। नेशनल एनवायर्नमेंट हेल्थ एसोसिएशन के मुताबिक, एल्यूमीनियम फॉयल का इस्तेमाल खाना पकाने या पैक करने के लिए किया जा सकता है, लेकिन ये पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। खासकर एल्यूमीनियम के टॉक्सिक सब्सटेंस टमाटर और सिरका जैसी खट्टी चीजों में मिल सकते हैं। गर्म आंच में इसका जोखिम और बढ़ जाता है। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि एल्यूमीनियम फॉयल में खाना पैक करना कितना सुरक्षित है? साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. सुमित अग्रवाल, एसोसिएट डायरेक्टर, इंटरनल मेडिसिन, सर्वोदय हॉस्पिटल, फरीदाबाद सवाल- एल्यूमीनियम फॉयल क्या है? जवाब- यह एल्यूमीनियम से बनी एक बेहद पतली चमकदार शीट होती है। मार्केट रिसर्च फर्म ‘फॉर्च्यून बिजनेस इनसाइट्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, खाने-पीने की चीजों की पैकेजिंग, फार्मास्यूटिकल्स, पर्सनल केयर और कॉस्मेटिक चीजों में इसका इस्तेमाल होता है। सवाल- लोग एल्यूमीनियम फॉयल में खाने-पीने की चीजें क्यों पैक करते हैं? जवाब- एल्यूमीनियम फॉयल में खाना पैक करना आसान होता है। यह बेहद सस्ता होता है, जो आसानी से बाजार में मिल जाता है। रोटी, पराठे को इसमें आसानी से लपेटा जा सकता है। साथ ही यह लंबे समय तक खाने को ताजा और गर्म बनाए रखता है। इसलिए ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। सवाल- एल्यूमीनियम फॉयल में खाना पैक करने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं? जवाब- फरीदाबाद के सर्वोदय हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. सुमित अग्रवाल बताते हैं कि एल्यूमीनियम फॉयल कई हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण बन सकता है। खासकर गर्म खाने को लंबे समय तक एल्यूमीनियम फॉयल में लपेटकर रखने से उसके खतरनाक सब्सटेंस खाने में मिल सकते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। एल्यूमीनियम एक न्यूरोटॉक्सिक धातु है। इसकी मात्रा खाने में मिलने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा यह कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है। जैसेकि- किडनी और हड्डियों के लिए नुकसानदायक किडनी शरीर से टॉक्सिक सब्सटेंस को फिल्टर करके बाहर निकालने का काम करती है। एल्यूमीनियम सब्सटेंस का हाई लेवल किडनी के काम को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा एल्यूमीनियम के कारण शरीर की कैल्शियम को अब्जॉर्ब करने की क्षमता कम हो सकती है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। इसलिए एल्यूमीनियम फॉयल में लंबे समय तक गर्म खाने को पैक करने से बचना चाहिए। बच्चों की ग्रोथ में आ सकती है रुकावट एल्यूमीनियम में मौजूद टॉक्सिक सब्सटेंस खाने के संपर्क में आने से बच्चों की ग्रोथ में बाधा डाल सकते हैं। इससे उनकी याद करने और निर्णय लेने की क्षमता समेत पूरे कॉग्निटिव फंक्शन पर असर पड़ता है। डिमेंशिया का खतरा एल्यूमीनियम फॉयल में पैक गर्म खाने को लंबे समय तक खाने से ब्रेन हेल्थ को भी नुकसान पहुंचता है। इससे अल्जाइमर, डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सवाल- एल्यूमीनियम फॉयल में किस तरह की खाने-पीने की चीजें पैक नहीं करनी चाहिए? जवाब- डॉ. सुमित अग्रवाल बताते हैं कि एल्यूमीनियम फॉयल एसिडिक फूड के लिए ज्यादा खतरनाक है। इससे खाने का स्वाद और उसकी क्वालिटी खराब हो सकती है। इसे एल्यूमीनियम फॉयल में पैक करने से बचना चाहिए। इसके अलावा कुछ अन्य खाने-पीने की चीजें एल्यूमीनियम फॉयल में पैक नहीं करनी चाहिए। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए- सवाल- कुछ लोग न्यूज पेपर में खाना पैक करते हैं, यह कितना सही है? जवाब- डॉ. सुमित अग्रवाल बताते हैं कि न्यूज पेपर में भी खाना पैक करना सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने इसे लेकर 2023 में एक एडवाइजरी जारी की थी। इसके मुताबिक, न्यूज पेपर की प्रिंटिंग में इस्तेमाल होने वाले कागज और उसकी स्याही में खतरनाक केमिकल होते हैं। इसलिए न्यूज पेपर में खाना पैक करना खतरनाक है। इससे पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। सवाल- खाना पैक करने के लिए कौन सा पेपर सही है? जवाब- डॉ. सुमित अग्रवाल बताते हैं कि एल्यूमीनियम फॉयल या न्यूज पेपर के बजाय बटर पेपर में खाना पैक करना सही है। ये एक नॉन-स्टिक सेल्युलोज से बना पेपर है। इसमें भी लंबे समय तक खाना ठंडा नहीं होता है। साथ ही यह खाने में मौजूद एक्स्ट्रा ऑयल को भी आसानी से सोख लेता है। इसलिए इसे खाना पैक करने के लिए ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। हालांकि खाना पैक करने के लिए सबसे अच्छा तरीका ये है कि कांच या स्टील के लंच बॉक्स का इस्तेमाल करें। सवाल- कुछ लोग न्यूजपेपर का इस्तेमाल खाने से एक्स्ट्रा ऑयल को सोखने के लिए करते हैं, यह कितना सही है? जवाब- पूड़ी, पकौड़े या भटूरे जैसी तली हुई चीजों से एक्स्ट्रा ऑयल को सोखने के लिए न्यूजपेपर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसकी जगह किचन टिशू या पेपर नैपकिन का इस्तेमाल करना बेहतर है। ये ऑयल को अच्छी तरह से सोख लेते हैं और सुरक्षित होते हैं। ………………… जरूरत की ये खबर भी पढ़िए जरूरत की खबर- खाना कभी जल्दबाजी में न खाएं:भोजन का 30-30 का नियम कुछ लोग अपने दिन भर के शेड्यूल में इतने व्यस्त होते हैं कि खाना खाने के लिए भी वक्त नहीं निकाल पाते हैं। जबकि हर निवाले को कम-से-कम 32 बार चबाना चाहिए। खाने को कम चबाने का खामियाजा हमारी सेहत को चुकाना पड़ता है। पूरी खबर पढ़िए…