सेहतनामा- दुनिया के 150 करोड़ लोगों के पेट में कीड़े:डॉक्टर से जानें, कैसे पता करें कि पेट में कीड़े तो नहीं, कैसे मिलेगी निजात

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दुनिया के 150 करोड़ लोगों के पेट में कीड़े हैं। इसका मतलब है कि पूरी दुनिया की 24% आबादी को यह समस्या है। आमतौर पर हाइजीन न बरतने वाले और कम साफ-सफाई वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को यह मुश्किल होती है। भारत जैसे विकासशील देश में यह समस्या आम है। इसके सबसे ज्यादा मामले बच्चों में देखने को मिलते हैं। बच्चे हाइजीन से बिल्कुल अनजान होते हैं। बहुत छोटे बच्चे अक्सर अपना अंगूठा चूसते हैं। उन्हें जो चीज मिलती है, मुंह में डालते हैं और चबाने की कोशिश करते हैं। वे चॉक और मिट्टी खुरचकर खा लेते हैं। इससे उनके पेट में गंदगी पहुंचती है और कीड़े हो जाते हैं। पेट में मौजूद कीड़े हमारा खाया खाना चट कर लेते हैं। शरीर से पोषक तत्व अवशोषित कर लेते हैं। इसलिए पेट में कीड़े होने पर शरीर में न्यूट्रिशन की कमी हो जाती है। इससे एनीमिया हो सकता है, वजन कम हो सकता है या कमजोरी हो सकती है। इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और कई बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज पेट के कीड़ों की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- पेट में कीड़े पेट में कीड़े होना आम है। यह समस्या पूरी दुनिया के लोगों को है। पेट में कीड़े बच्चों को और उन लोगों को ज्यादा होते हैं, जो हाइजीन का ख्याल नहीं रखते हैं या नहीं रख पाते हैं। इसके कारण उल्टी, मतली और कई बार डायरिया हो सकता है। समय पर ट्रीटमेंट न होने पर इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं। इसके क्या लक्षण होते हैं? पेट में कई तरह के कीड़े होते हैं। इनमें लगभग 30% मामलों में कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है। कुछ लोगों को एनल के आसपास खुजली होती है। बच्चे जब सोने जाते हैं, अगर उस समय वे एनल के आसपास बार-बार खुजली कर रहे हैं, उन्हें उलझन हो रही है और नींद नहीं आ रही है तो उनके पेट में कीड़े हो सकते हैं। कई बार बच्चे अपने लक्षण बता नहीं पाते हैं। इसलिए पेरेंट्स को गौर करना चाहिए। अगर बच्चा खाना कम खा रहा है, अक्सर पेट दर्द की शिकायत करता है और उसका वजन कम हो रहा है तो पेट में कीड़े हो सकते हैं। इसके अलावा और क्या लक्षण दिखते हैं, ग्राफिक में देखिए। इसका इलाज क्या है? पेट में कीड़ों के इलाज के लिए कुछ डीवॉर्मिंग दवाएं दी जाती हैं। इनसे वॉर्म्स यानी कीड़े मर जाते हैं और स्टूल के साथ बाहर निकल जाते हैं। इसके लिए मेबेन्डाजोल, अल्बेंडाजोल, पिपरेजिन जैसी डीवॉर्मिंग दवाएं दी जाती हैं। ये दवाएं सरकार बच्चों के लिए मुफ्त में बांटती है। घर में दादी-नानी पेट में कीड़े होने पर लहसुन, नारियल तेल और दालचीनी खिलाती हैं। इससे पेट में मौजूद वॉर्म्स मर जाते हैं और स्टूल के साथ बाहर आ जाते हैं। इससे बचाव के लिए क्या करें? अगर पेट के कीड़ों से बचना है तो साफ-सफाई सबसे अच्छा उपाय है। चूंकि यह समस्या अक्सर बच्चों को होती है तो उनकी सफाई का खास ख्याल रखें। पेट में कीड़ों से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और जवाब सवाल: पेट में कीड़ों का पता लगाने के लिए डॉक्टर कौन से टेस्ट करते हैं? जवाब: अगर डॉक्टर को सामान्य इन्फेक्शन लग रहा है तो वे कोई टेस्ट किए बिना कोई डिवॉर्मिंग दवा दे सकते हैं। अगर उन्हें लग रहा है कि इन्फेक्शन ज्यादा है और इसके कारण मुश्किल हो सकती है तो वे कुछ टेस्ट कर सकते हैं। स्टूल टेस्ट: स्टूल में मौजूद वॉर्म्स और उनके अंडे की पहचान की जाती है। ब्लड टेस्ट: इससे संक्रमण का पता लगाया जाता है। स्किन प्रॉब: अगर इन्फेक्शन के कारण स्किन पर खुजली शुरू हो गई है तो डॉक्टर स्किन टेस्ट भी कर सकते हैं। सवाल: क्या बच्चों के दांत किटकिटाने का मतलब पेट में कीड़े हैं? जवाब: हमारी दादी-नानी लंबे अरसे से मानती आ रही हैं कि अगर बच्चा नींद में दांत किटकिटा रहा है तो उसके पेट में कीड़े हैं। यह पूरी तरह मिथ नहीं है। साइंस डायरेक्ट में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, कई बार पेट में कीड़े होने के कारण बच्चा रात में सो नहीं पाता है। इससे स्ट्रेस बढ़ता है और वह दांत किटकिटाने लगता है। इसके बावजूद दांत किटकिटाने का पेट के कीड़ों से सीधा कोई कनेक्शन नहीं है। सवाल: क्या पेट में कीड़ों के करण इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है? जवाब: हां, पेट में कीड़े होने पर इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। ये कीड़े शरीर से पोषक तत्वों को अवशोषित करते हैं, जिसके कारण शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता है। इसलिए शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इसके अलावा संक्रमण के कारण पेट में सूजन, दर्द, दस्त और कमजोरी भी हो सकती है। इससे भी इम्यून सिस्टम प्रभावित हो सकता है और दूसरी बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। सवाल: क्या पेट में कीड़ों से बच्चों की मेंटल हेल्थ प्रभावित हो सकती है? जवाब: हां, पेट में कीड़े होने से बच्चे चिड़चिड़े हो सकते हैं। कई बार इसके कारण उनकी रात में नींद नहीं पूरी हो पाती है तो इससे स्ट्रेस बढ़ सकता है। अगर लंबे समय तक यह समस्या बनी रहे तो इससे उनका मानसिक विकास भी प्रभावित हो सकता है। सवाल: क्या वयस्कों के पेट में भी कीड़े हो सकते हैं? जवाब: हां, वयस्कों के पेट में भी कीड़े हो सकते हैं। वयस्कों में ज्यादातर यह समस्या उन लोगों को होती है, जो हेल्दी डाइट नहीं लेते हैं। जो लोग हाइजीन का ख्याल नहीं रखते हैं या जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। अगर किसी वयस्क को अक्सर पेट दर्द होने, पेट खराब होने, भूख न लगने, वजन घटने, बहुत थकान और खुजली की समस्या हो रही है तो उसे डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। सवाल: क्या पेट में कीड़े होना सामान्य है या बहुत खतरनाक हो सकता है? जवाब: आमतौर पर पेट में कीड़े होना बहुत सामान्य है। इसके कारण उल्टी या दस्त के लक्षण दिख सकते हैं। जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर है या लंबे समय से यह समस्या है तो उनके लक्षण गंभीर हो सकते हैं। इससे निम्न समस्याएं हो सकती हैं: ……………………..
सेहत से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए
सेहतनामा- बच्चा खा रहा मिट्टी-बर्फ, हो सकता है PICA: क्या है यह दुर्लभ बीमारी, समय रहते इलाज न लेना जानलेवा हो सकता है मेडिकल जर्नल नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 12 फीसदी बच्चे कभी न कभी PICA से ग्रसित होते हैं। इनमें से ज्यादातर बच्चे ठीक हो जाते हैं, जबकि नजरअंदाज करने पर यह इतनी घातक है कि जान भी ले सकती है। पूरी खबर पढ़िए…