हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री सिरसा के पूर्व विधायक गोपाल कांडा के भतीजे के शादी समारोह से उनका डांस वीडियो सामने आया है। गोपाल कांडा अपने छोटे भाई गोबिंद कांडा के बड़े बेटे धवल कांडा की शादी के लेडीज संगीत में डांस करते नजर आए। उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर गानों पर डांस किया। गोपाल कांडा ने खई के पान बनारस वाला…, मैं हूं डॉन…, चली-चली इश्क हवा चली… जैसे गानों पर जमकर ठुमके लगाए। उनके साथ उनके भाई गोबिंद कांडा ने भी परफॉर्मेंस दी। इसके अलावा लेडीज संगीत समारोह में मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा ने भी छइयां-छइयां… गाने पर प्रस्तुति दी। सिरसा से हलोपा नेता और ऐलनाबाद से भाजपा की टिकट पर उपचुनाव लड़ चुके गोबिंद कांडा के बेटे धवल कांडा का शादी समारोह दिल्ली में चल रहा है। आज दिल्ली में ही धवल कांडा की शादी है। धवल की शादी उत्तर प्रदेश में कानपुर के कारोबारी राजेंद्र अग्रवाल की बेटी नंदिता अग्रवाल से हो रही है। राजेंद्र अग्रवाल का हीरे की ज्वेलरी का कारोबार है। शादी समारोह में गोपाल कांडा के डांस के PHOTOS… कई दिनों से दिल्ली में है कांडा परिवार
धवल कांडा की शादी के लिए पूरा कांडा परिवार सिरसा से दिल्ली पहुंचा हुआ है। यहां कई दिन से शादी की विभिन्न रस्में निभाई जा रही हैं। इस समारोह में कांडा परिवार के करीबी लोग ही पहुंचे हुए हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली में मुख्य समारोह संपन्न होने के बाद कांडा बंधु सिरसा में भी रिसेप्शन पार्टी देंगे। केंद्रीय मंत्रियों सहित दिग्गजों को दिया निमंत्रण
गोपाल और गोबिंद कांडा ने धवल के शादी समारोह में भाग लेने के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर, CM नायब सैनी, भाजपा मुख्यालय दिल्ली के प्रभारी संगठन मंत्री अरुण सिंह सहित कई राजनीतिक दिग्गजों को निमंत्रण दिया है। खुद गोबिंद कांडा और गोपाल कांडा इन दिग्गजों को निमंत्रण देने पहुंचे थे। वहीं, दिल्ली में एयरपोर्ट के पास पुष्पांजलि कॉम्प्लेक्स में धवल कांडा का आज शादी है। इसमें कई दिग्गज नेताओं के शामिल होने की संभावना है। गोपाल का कांडा का व्यापारिक और राजनीतिक सफर… ओपी चौटाला के करीबी रहे कांडा
सिरसा के मूल निवासी गोपाल कांडा पेशे से बिजनेसमैन हैं। बाद में वह राजनीति में आए। वह वर्ष 2000 के आसपास हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की अगुआई में इनेलो सरकार के बेहद करीब थे। चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाकर गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त शुरू की थी। चौटाला सरकार के दौरान ही गोपाल कांडा के बाकी राजनेताओं से भी अच्छे संबंध बन गए। 2009 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते
2004 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इनेलो हार गई और राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुआई में कांग्रेस की सरकार बनी। यहां भी उन्होंने अपने रिश्ते बना लिए। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। वह 2005 से 2009 तक हुड्डा सरकार में उद्योग मंत्री रहे सिरसा के दिग्गज लक्ष्मण दास अरोड़ा को हराकर विधानसभा पहुंचे। 2019 में भाजपा को समर्थन दिया
विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। तब कांग्रेस ने 40 सीटें जीतीं। इनेलो 32 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उस समय गोपाल कांडा ने सियासी हालात का फायदा उठाते हुए निर्दलीय जीतने वाले 5-6 विधायकों को रातोंरात हुड्डा को समर्थन दिलवा दिया। लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हुड्डा ने कांडा को बतौर इनाम गृह राज्य मंत्री बनाया। इसके बाद कांडा ने 2014 में अपनी हरियाणा लोकहित पार्टी बनाई। इसी के बैनर तले उन्होंने 2019 में भी चुनाव लड़ा और जीतकर भाजपा को समर्थन दे दिया। वहीं, उन्होंने 2024 का चुनाव भी लड़ा, लेकिन वह हार गए। 2024 में ही उन्होंने भतीजे धवल कांडा का नाम भी रानिया सीट से घोषित किया था, लेकिन बाद में नाम वापस ले लिया गया।
धवल कांडा की शादी के लिए पूरा कांडा परिवार सिरसा से दिल्ली पहुंचा हुआ है। यहां कई दिन से शादी की विभिन्न रस्में निभाई जा रही हैं। इस समारोह में कांडा परिवार के करीबी लोग ही पहुंचे हुए हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली में मुख्य समारोह संपन्न होने के बाद कांडा बंधु सिरसा में भी रिसेप्शन पार्टी देंगे। केंद्रीय मंत्रियों सहित दिग्गजों को दिया निमंत्रण
गोपाल और गोबिंद कांडा ने धवल के शादी समारोह में भाग लेने के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर, CM नायब सैनी, भाजपा मुख्यालय दिल्ली के प्रभारी संगठन मंत्री अरुण सिंह सहित कई राजनीतिक दिग्गजों को निमंत्रण दिया है। खुद गोबिंद कांडा और गोपाल कांडा इन दिग्गजों को निमंत्रण देने पहुंचे थे। वहीं, दिल्ली में एयरपोर्ट के पास पुष्पांजलि कॉम्प्लेक्स में धवल कांडा का आज शादी है। इसमें कई दिग्गज नेताओं के शामिल होने की संभावना है। गोपाल का कांडा का व्यापारिक और राजनीतिक सफर… ओपी चौटाला के करीबी रहे कांडा
सिरसा के मूल निवासी गोपाल कांडा पेशे से बिजनेसमैन हैं। बाद में वह राजनीति में आए। वह वर्ष 2000 के आसपास हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की अगुआई में इनेलो सरकार के बेहद करीब थे। चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाकर गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त शुरू की थी। चौटाला सरकार के दौरान ही गोपाल कांडा के बाकी राजनेताओं से भी अच्छे संबंध बन गए। 2009 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते
2004 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इनेलो हार गई और राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुआई में कांग्रेस की सरकार बनी। यहां भी उन्होंने अपने रिश्ते बना लिए। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। वह 2005 से 2009 तक हुड्डा सरकार में उद्योग मंत्री रहे सिरसा के दिग्गज लक्ष्मण दास अरोड़ा को हराकर विधानसभा पहुंचे। 2019 में भाजपा को समर्थन दिया
विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। तब कांग्रेस ने 40 सीटें जीतीं। इनेलो 32 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उस समय गोपाल कांडा ने सियासी हालात का फायदा उठाते हुए निर्दलीय जीतने वाले 5-6 विधायकों को रातोंरात हुड्डा को समर्थन दिलवा दिया। लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हुड्डा ने कांडा को बतौर इनाम गृह राज्य मंत्री बनाया। इसके बाद कांडा ने 2014 में अपनी हरियाणा लोकहित पार्टी बनाई। इसी के बैनर तले उन्होंने 2019 में भी चुनाव लड़ा और जीतकर भाजपा को समर्थन दे दिया। वहीं, उन्होंने 2024 का चुनाव भी लड़ा, लेकिन वह हार गए। 2024 में ही उन्होंने भतीजे धवल कांडा का नाम भी रानिया सीट से घोषित किया था, लेकिन बाद में नाम वापस ले लिया गया।