सीरियाई राष्ट्रपति सऊदी अरब की यात्रा पर पहुंचे:सीरिया में तख्तापलट के बाद पहली विदेश यात्रा; सऊदी प्रिंस सलमान ने किया स्वागत

सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अबु मोहम्मद अल जुलानी जिन्हें अहमद अल-शरा के नाम से भी जाता रविवार को अपनी पहली विदेश यात्रा पर सऊदी अरब पहुंचे। सीरियाई न्यूज एजेंसी SANA के मुताबिक इस दौरान उसके साथ सीरिया के विदेश मंत्री असद अल-शैबानी भी मौजूद थे। जुलानी ने हाल ही में बशर अल असद का तख्तापलट कर खुद का राष्ट्रपति घोषित किया है। सऊदी अरब की राजधानी रियाद के अल-यममाह पैलेस में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सीरियाई राष्ट्रपति का स्वागत किया। अभी तक दोनों देशों की तरफ से इस मुलाकात की डिटेल जानकारी नहीं दी गई है। इससे पहले सऊदी के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने जनवरी में सीरिया की राजधानी दमिश्क का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हम सीरिया पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। पिछले हुआ सीरिया में तख्तापलट सीरिया में पिछले साल दिसंबर में बशर अल असद का तख्तापलट किया गया था। असद के समय सीरिया को ईरान का समर्थन माना जाता था। हालांकि अब माना जा रहा है कि सीरिया अपनी ईरान समर्थक देश की छवि बदलने की कोशिश कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2011 में अरब क्रांति के समय सऊदी उन अरब देशों में से एक था जिसने सीरिया में बशर अल असद को सत्ता से हटाने की कोशिश की थी। इसके लिए विद्रोही ग्रुप्स को पैसे भी दिए गए थे। हालांकि असद ने रूस और ईरान की मदद से विद्रोह पर काबू कर लिया था। जुलानी ने संविधान खत्म कर खुद को राष्ट्रपति घोषित किया अबु मोहम्मद अल जुलानी ने बुधवार को ही सीरिया का संविधान खत्म कर खुद को राष्ट्रपति घोषित किया है। इसके साथ सीरिया की संसद भी भंग कर दी गई है। विद्रोही गुट तहरीर अल शाम (HTS) के कमांडर हसन अब्देलघानी ने कहा कि जब तक देश में पूरी तरह स्थिरता नहीं आ जाती है, तब तक जुलानी राष्ट्रपति पद पर रहेंगे। इसके साथ ही पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद की बाथ पार्टी से जुड़े सभी संगठनों और संस्थाओं भंग कर दिया गया और उनकी सारी प्रॉपर्टी पर सीरियाई सरकार ने कंट्रोल कर लिया। जुलानी ने कैसे किया तख्तापलट मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2016 में जब सीरिया का गृह युद्ध थमा तब से जुलानी अपनी लड़ाकों को मजबूत करने में जुट गया। चीन के उईगर मुसलमानों से लेकर अरब और सेंट्रल एशिया से लोगों की मदद से उसने अपनी फौज तैयार की। उसने सही समय का इंतजार किया, जो इजराइल-हमास जंग और रूस-यूक्रेन जंग की वजह से आया। 2022 में यूक्रेन में जंग शुरू हो गई और रूस वहां व्यस्त हो गया। इसके चलते रूस ने अपने सैनिकों को सीरिया से निकाल लिया। फिर 2023 में इजराइल और हमास के बीच जंग शुरू हुई। नतीजा ये हुआ कि ईरान और हिजबुल्लाह जो सीरिया में असद की मदद कर रहे थे वे अब उन पर ध्यान नहीं दे पाए। हसन नसरल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्लाह कमजोर हो गया। इसी का फायदा उठाकर जुलानी ने सीरियाई सेना पर हल्ला बोल दिया और 11 दिन में राष्ट्रपति का तख्तापलट कर दिया। ——————————————– यह खबर भी पढ़ें… सीरियाई विद्रोही नेता जुलानी ने खुद को राष्ट्रपति घोषित किया:संविधान खत्म कर ​​संसद भंग की; पिछले महीने हुआ असद सरकार का तख्तापलट सीरिया के विद्रोही गुट तहरीर अल शाम (HTS) के नेता अबु मोहम्मद अल जुलानी ने बुधवार को दमिश्क में संविधान खत्म कर खुद को राष्ट्रपति घोषित कर दिया। सीरियाई न्यूज एजेंसी SANA के मुताबिक कमांडर हसन अब्देलघानी ने कहा कि जब तक देश में पूरी तरह स्थिरता नहीं आ जाती है, तब तक जुलानी राष्ट्रपति पद पर रहेंगे। यहां पढ़ें पूरी खबर…