पूर्व पाक PM इमरान की आर्मी चीफ को चिट्ठी:राजनीतिक दखलअंदाजी की आलोचना की; कहा- संविधान के दायरे में लौटे सेना

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को आर्मी चीफ आसिफ मुनीर को एक खुली चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में इमरान ने सेना पर असंवैधानिक गतिविधियों और राजनीतिक दखलअंदाजी का आरोप लगाते हुए आलोचना की है।इमरान खान ने लिखा, पाकिस्तान की स्थिरता और सुरक्षा के लिए यह जरूरी है कि सेना और जनता के बीच की खाई को पाटा जाए। इसके लिए, सेना को संविधान के दायरे में लौटना चाहिए, राजनीति से अलग होना चाहिए और अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए। चिट्ठी को X पर पोस्ट करते हुए इमरान ने आरोप लगाया कि उन्हें जेल में अमानवीय व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है। इमरान ने कहा कि उन्हें 20 दिनों तक फांसी वाली कोठरी में रखा गया था, जहां रोशनी भी नहीं आती है और न बिजली की सुविधा दी गई। इमरान को भ्रष्टाचार केस में 14 साल की जेल पाकिस्तान की एक कोर्ट ने 16 जनवरी को को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को भ्रष्टाचार के मामले में सजा सुनाई थी। डॉन की खबर के मुताबिक इमरान को 14 और बुशरा को 7 साल की सजा मिली। दोनों पर राष्ट्रीय खजाने को 50 अरब पाकिस्तानी रूपए का नुकसान पहुंचाने के आरोप लगे थे। दोनों ने बुशरा बीबी के अल-कादिर ट्रस्ट के लिए पाकिस्तान सरकार की अरबों रुपए की जमीन सस्ते में बेच दिया था। इस मामले में इमरान को 9 मई 2023 को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पूरे मुल्क में फौज के कई अहम ठिकानों पर हमले हुए थे। पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने अल-कादिर ट्रस्ट केस में दिसंबर 2023 में इमरान खान (72), बुशरा बीबी (50), और अन्य 6 व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया था। हालांकि जब इमरान के खिलाफ ये केस दर्ज हुआ, उससे पहले से ही वे तोशाखाना केस में अडियाला जेल में बंद थे। 555 दिन से जेल में बंद है इमरान इमरान अलग-अलग मामलों में 555 दिनों से रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं। इस्लामाबाद की स्थानीय कोर्ट ने उन्हें 5 अगस्त, 2023 को तोशाखाना केस में दोषी करार दिया था। इसके बाद उन्हें इस्लामाबाद के जमान पार्क स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। बाद में उन्हें 2 और मामलों में दोषी करार दिया गया था। हालांकि इन सभी मामलों में इमरान को बरी किया जा चुका है। 13 जुलाई को फर्जी निकाह मामले में रिहाई के बाद उन्हें तोशाखाना केस-II मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था।