बिलेनियर इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला इंक ने भारत में अपने हायरिंग के प्रयासों को तेज कर दिया है। टेस्ला ने महाराष्ट्र में 20 ओपन पोजीशन को लिस्ट किया है। जिसमें से 15 जॉब्स ओपनिंग मुंबई और 5 वैकेंसी पुणे के लिए निकाली गई हैं। भारत में दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मैन्युफैक्चरर टेस्ला के हायरिंग और विस्तार के प्रयास बढ़ते इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट से लाभ उठाने के कंपनी के कमिटमेंट को दर्शाते हैं। भारत में टेस्ला का पहला ऑफिस पुणे में है टेस्ला का भारत में पहला ऑफिस पुणे में है। पुणे तेजी से ऑटोमोटिव हब बन रहा है, जिसमें मर्सिडीज-बेंज और टाटा मोटर्स जैसे बड़े मैन्युफैक्चरर्स हैं। यही वजह है कि पुणे टेस्ला के लिए एक स्ट्रैटेजिक लोकेशन है। टेस्ला आगे चलकर भारत में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी लगाना चाहती है। रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी अधिकारियों ने इस प्लांट के लिए कंपनी को पुणे के पास चाकन और चिखली में साइटों का प्रस्ताव दिया है। टेस्ला का पहला शोरूम मुंबई के BKC में खुलेगा इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि टेस्ला भारत में अपना पहला शोरूम मुंबई में खोलेगी। यह मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में होगा। कंपनी ने हाल ही में इसके लिए डील फाइनल की है। प्रॉपर्टी मार्केट के सोर्सेस के अनुसार, टेस्ला BKC में एक कॉमर्शियल टावर के ग्राउंड फ्लोर पर 4,000 स्क्वायर फीट की जगह ले रही है। यहां वह अपने कार मॉडल्स को शोकेस करेगी और बेचेगी। कंपनी इस जगह के लिए मंथली लीज रेंट करीब 900 रुपए प्रति वर्ग फीट या करीब 35 लाख रुपए देगी। लीज एग्रीमेंट पांच साल के लिए है। टेस्ला का अगला स्टोर दिल्ली में ओपन हो सकता है खबर थी कि कंपनी दिल्ली और मुंबई में अपना स्टोर खोलेगी। उम्मीद की जा रही है कि टेस्ला दिल्ली के एयरोसिटी कॉम्प्लेक्स में अपना दूसरा शोरूम खोलेगी। CEO इलॉन मस्क ने हाल ही में पीएम मोदी के अमेरिका दौरा में मुलाकात की थी। इसके बाद कंपनी ने भारत में 13 नौकरियों के लिए वैकेंसी निकाली थीं। मुंबई के BKC में शोरूम ओपन करने और भारत में नौकरी के लिए वैकेंसी देने के बाद उम्मीद बढ़ गई है कि टेस्ला अप्रैल तक भारत में एंट्री ले लेगी और भारत में कारें बेचना शुरू कर देगी। टेस्ला भारत में फिलहाल मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट नहीं लगाएगी। वो जर्मनी के बर्लिन-ब्रांडेनबर्ग की गीगाफैक्ट्री में बनी कारें भारत लाएगी। भारत में बजट सेगमेंट की कार लाएगी टेस्ला रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी यहां सबसे किफायती EV उतारने की तैयारी में है। इसकी कीमत 25 हजार डॉलर (21.71 लाख रुपए) हो सकती है। यह कौन-सा मॉडल होगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन, EV कार को लेकर भारत की मौजूदा इंपोर्ट पॉलिसी हिसाब से 21 लाख रुपए की कार भारतीय बाजार में 36 लाख रुपए तक हो सकती है। अभी बाहर से आने वाली इलेक्ट्रिक कारों पर 75% तक बेसिक कस्टम ड्यूटी लगती है। हालांकि, कंपनियां अगर सरकार के साथ MoU करती हैं तो 35,000 डॉलर से ऊपर की कारों पर कस्टम ड्यूटी 15% लगेगी।ड्यूटी पर यह छूट एक साल में 8 हजार करों पर ही मिलेगी। EV पॉलिसी से कंपनियों का भारत में एंट्री आसान भारत सरकार इस साल अप्रैल में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी रोलआउट कर सकती है, जिसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल इंपोर्ट करने वाली कंपनियों पर केवल 15% ड्यूटी लगाने का प्रावधान किया गया है। इसलिए कंपनी भारत में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट लगाने और कार बनाने का प्लान बाद में कर सकती है। सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी 70% से घटाकर 15% किया केंद्र सरकार ने भारत को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने के अपने विजन के तहत EV पॉलिसी- ‘स्कीम फॉर प्रमोशन ऑफ मैन्यूफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार्स इन इंडिया’ यानी (SPMEPCI) को पिछले साल मार्च में मंजूरी दी थी। इस पॉलिसी में सरकार ने दुनियाभर की कार कंपनियों को भारतीय मार्केट में एंट्री देने के लिए इंपोर्ट ड्यूटी 70% तक से घटाकर 15% कर दिया है। इस छूट का लाभ विदेशी कंपनियां हर साल 8000 करों के इंपोर्ट पर ले सकती हैं। मॉडल 3 और वाई उतारने की भी चर्चा टेस्ला शुरुआत में मॉडल 3 और मॉडल वाई कारें यहां लॉन्च कर सकते हैं। लेकिन, दोनों मॉडल्स की कीमत ग्लोबल मार्केट में 44 हजार डॉलर से ज्यादा है। उम्मीद है कि कंपनी इसे कम कीमत पर लॉन्च करेगी।